Song Details
ये शाम मस्तानी Yeh Shaam Mastani Lyrics
"ये शाम मस्तानी" शक्ति सामंत द्वारा निर्देशित 1971 की बॉलीवुड फिल्म "कटी पतंग" का एक लोकप्रिय हिंदी गीत है।
इस गाने को किशोर कुमार ने गाया है और आरडी बर्मन ने कंपोज किया है और इसके बोल आनंद बख्शी ने लिखे हैं।
यह गाना एक रोमांटिक और मधुर नंबर है जो एक शाम की सुंदरता और प्यार और रोमांस की भावनाओं के बारे में बात करता है जो इसे जगाता है।
गीत रात के जादू, चांदनी और सितारों का वर्णन करते हैं, और कैसे वे प्यार के खिलने के लिए सही माहौल तैयार करते हैं।
इस गीत में फिल्म में राजेश खन्ना और आशा पारेख हैं और इसे युग के सबसे लोकप्रिय गीतों में से एक माना जाता है।
बहुत हिट हुआ और आज भी संगीत प्रेमियों के बीच पसंदीदा बना हुआ है। विभिन्न कलाकारों द्वारा विभिन्न संस्करणों के
साथ गीत को कई बार रीमेक और कवर किया गया है
📌 Song – गीत ये शाम मस्तानी Yeh Shaam Mastani Lyrics
🎤 Singer – गायक Kishore Kumar
✍️ Lyrics – लेखक Anand Bakshi
🎼 Music – संगीत R.D. Burman
🎞️ Movie – फिल्म Kati Patang (1970)
Yeh Shaam Mastani Lyrics
in hindi
ये शाम मस्तानी Yeh Shaam Mastani Lyrics
ये शाम मस्तानी, मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे, तेरी ओर लिए जाए..
ये शाम मस्तानी, मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे, तेरी ओर लिए जाए..
दूर रहती है तू, मेरे पास आती नहीं
होठों पे तेरे, कभी प्यास आती नहीं
ऐसा लगे, जैसे के तू, हँस के ज़हर कोई पीये जाए..
ये शाम मस्तानी, मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे, तेरी ओर लिए जाए..
बात जब मैं करूँ, मुझे रोक देती है क्यों
तेरी मीठी नज़र, मुझे टोक देती है क्यों
तेरी हया, तेरी शरम, तेरी क़सम, मेरे होंठ सीए जाए..
ये शाम मस्तानी, मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे, तेरी ओर लिए जाए..
एक रूठी हुई, तक़दीर जैसे कोई
खामोश ऐसे है तू, तस्वीर जैसे कोई
तेरी नज़र, बन के जुबां, लेकिन तेरे पैगाम दिए जाए..
ये शाम मस्तानी, मदहोश किये जाए
मुझे डोर कोई खींचे, तेरी ओर लिए जाए..
Yeh Shaam Mastani video song on youtube
Yeh Shaam Mastani Lyrics
in enlish font
ये शाम मस्तानी Yeh Shaam Mastani Lyrics
Yeh Shaam Mastaanee, Madahosh Kiye Jae
Mujhe Door Koi Kheenche, Tere or Liye Jae..
Yeh Shaam Mastaanee, Madahosh Kiye Jae
Mujhe Door Koi Kheenche, Tere or Liye Jaye..
Door rahatee hai too, mere paas aatee nahi
Hotho pe tere, kabhi pyaas aate nahi
Aisa lage, jaise ke too, hans ke zahar koee peeye jaye..
Yeh shaam mastaanee, madahosh kiye jaye
Mujhe door koee kheenche, teree or liye jaye
baat jab main karoon, mujhe rok detee hai kyo
teree meethee nazar, mujhe tok detee hai kyo
teree haya, teree sharam, teree qasam, mere honth siye jaye
Yeh Shaam Mastaanee, Madahosh Kiye Jae
Mujhe Door Koi Kheenche, Tere or Liye Jae..
Ek roothee huee, taqadeer jaise koyi
Khaamosh aise hai too, tasveer jaise koyi
Teree nazar, ban ke jubaan, lekin tere paigaam die jaye
Yeh Shaam Mastaanee, Madahosh Kiye Jae
Mujhe Door Koi Kheenche, Tere or Liye Jae..